पुराणों में बताया गया है कि कौन से राशि के जातक का कौन सा मंत्र हैं। जिसे आप भी जान कर के अपने घर या मंदिर में आयोजित पूजन की शुरूआत में अपने राशि मंत्र का उच्चारण कर के पूजन आरंभ कर सकते हैं, एवं प्रतिदिन अपने राशि के मंत्र का उच्चारण करके दिन की शुरूआत करने से पूरा दिन आपका मंगलमय बितता हैं।
बता दें कि १२ राशियों के जातक के लिए अलग-अलग मंत्र का वर्णन हैं। जिसके उच्चारण मात्र से नवग्रहों की प्रतिकूलता दूर और अनुकूलता ला सकते हैं। तो आइए जानते हैं अपनी राशि के उस विष्णु मंत्र को, जिसे उच्चारण कर के आप भी श्री हरि विष्णु को जल्द प्रसन्न कर सकते हैं। और अपने घर, व्यापार और नौकरी में चल रहें संकट को दूर कर सकते हैं।
१२ राशियों के जातक के मंत्र-
मेष- ॐ ह्रीं श्रीं श्रीलक्ष्मीनारायणाय नम:।
वृष- ॐ गोपालाय उत्तरध्वजाय नम:।
मिथुन- ॐ क्लीं कृष्णान नम:।
कर्क- ॐ ह्रीं हिरण्यगर्भाय अव्यक्तरूपिणे नम:।
सिंह- ॐ क्लीं ब्राह्मणे जगदाधाराय नम:।
कन्या- ॐ पीं पिताम्बराय नम:।
तुला- ॐ तत्वनिरंजनाय तारक रामाय नम:।
वृश्चिक- ॐ नारायणाय सूरसिंहाय नम:।
धनु- ॐ श्रीं देवकृष्णाय उर्ध्वजाय नम:।
मकर- ॐ श्रीं वत्सलाय नम:।
कुंभ- ॐ श्रीं उपेन्द्राय अच्युताय नम:।
मीन- ॐ क्लीं उद्धृताय उद्धारिणे नम:।