कई बार मनुष्य के काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं और सारी मेहनत बेकार चली जाती है। यदि आप भी ऐसी समस्या से परेशान हैं तो आपको रविवार के दिन कुछ अचूक उपाय जरूर क
मुख्य बातें
1.रविवार के दिन सूर्य की पूजा जरूर करनी चाहिए
2.सूर्य को अर्घ्य देते हुए ‘ॐ सूर्याय नम:’ का जाप करें
3.रविवार के दिन तेल से बने भोजन का दान गरीब को करें
4.ऐसा कई बार होता है कि सब कुछ सही चल रहा होता है और अचानक से कुछ काम बिगड़ने लगते हैं। बना बनाया काम जब बिगड़ने लगे तो यह समझ लेना चाहिए कि जातक का सूर्य कमजोर हो गया है।
5.कुंडली में यदि सूर्य की गति धीमी, कमजोर या अस्त हो तो इंसान कि किस्मत खराब होने लगती है। सूर्य का कमजोर होना बनते हुए काम को बिगाड़ देता है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं।
6.रविवार के दिन कुछ उपाय ऐसे हैं जिन्हें करने से आप आपनी समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। रविवार का दिन सूर्य को समर्पित होता है। इस दिन सुबह उठते ही स्नान कर सूर्य का दर्शन मात्र भी कर लिया जाए तो मनुष्य की कुंडली में सूर्य की स्थित संभलने लगती है।
जानें, रविवार को कौन से उपाय आपकी सोती किस्मत को जागा देंगे
*रविवार के दिन भूल कर भी नमक का प्रयोग न करें। इस दिन नमक का त्याग करें ताकि आपका सूर्य बलवान हो सके।
*इस दिन घर में तामसिक भोजन न बनाएं न खाएं। मास-मदिरा और लहसुन-प्याज सूर्य की स्थिति को कमजोर बनाते हैं।
*रविवार के दिन न तो बाल कटवाएं, न सरसों के तेल की शरीर मं मालिश करें और न ही इस दिन किसी को सरसों का तेल दान में दें या खरीदें।
*इस दिन हो सके तो तांबे से बनी चीजों की खरीद या बिक्री न करें। साथ ही सूर्य के निमित्त इनका दान भी न करें।
*काला या ग्रे रंग पहनने से रविवार को बचें और चमड़े के जूते या बेल्ट भी न पहनें।
रविवार को जरूर करें यह काम
*इस दिन सूर्य को अर्घ्य देते हुए ‘ॐ सूर्याय नम:’ का जाप करें।
*रविवार के दिन काले कुत्ते या काली गाय को रोटी खिलाएं। काली चिड़िया को दाना भी डाला जा सकता है। ऐसा करने से आपके बिगड़ते काम बनने लगेंगे।
*रविवार के दिन तेल से बने भोजन का दान गरीब को करें।
*रविवार की रात सोते समय एक गिलास दूध अपने सिरहाने रख दें और सोमवार को सूर्योदय से पहले स्नान ki-ध्यान करने के पश्चात उस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में अर्पित कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक समस्याएं दूर होने लगती हैं।
*सूर्य देव के निमित्त व्रत रखें इससे आपकी पद-प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी और नेत्र और चर्म रोगों से मुक्ति भी मिलेगी।
*सूर्यदेव को हमेशा मजबूत बनाने की कोशिश करें, क्योंकि ये ग्रह ही अन्य ग्रहों को संचालित करता है।