एक ऐसा फूल जो वर्षोंं तक नहीं मुर्झाता, जिसका घर में होने से नहीं छोड़ता साथ आपका भाग्य!
आज हम अपने मानों या ना मानों के कॉलम में एक ऐसी कड़ी को जोड़ने जा रहें हैं। जिसके बारें में आपने न पहले सूना होगा और न ही कभी देखा होगा। आज इसी क्रम में हम आपकों एक ऐसे फूल के बारें में बताने जा रहें हैं। जिसका मिलना अति दुर्लभ माना जाता हैं। जिसकी पंखुड़ियाँ मुलायम नहीं बल्कि प्राकृतिक रूप से लकड़ी की होती हैं। इसे पानी में रखते हैं तो यह खिलने लगती हैंं। और पानी के बाहर रखते हैं तो अपने पंखुड़ियों को सिकोड़ लेती हैं। यह प्रक्रिया सदियों तक चलती रहती हैं। परन्तु ये फूल कभी भी मुर्झाता नहीं हैं। चलिए अब हम आपकें मन में चल रहें कोतूहल एवं जानने की जिज्ञासा को खत्म करते हुए बताते हैं कि यह फूल क्या हैं और पृथ्वी लोक में कहाँ मिलता हैं। लेकिन उससे पहले यह जान ले कि इस फूल की हमारे जीवन और हमारें घर में इसकी आवश्यकता क्यों हैं। इससे पहले यह ध्यान दें कि अगर आपको अपने जीवन को बदलना है, तो आपको अपने आसपास की वस्तुओं, तस्वीरों, खिड़की-दरवाजों की दिशाओं और खुद के पहनावे पर ध्यान देना होगा।
नकारात्मक जगह, घर और वस्तुओं से बचना जरूरी हैं। फिलहाल हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे फूल जो सिर्फ दक्षिण भारत में ही पाया जाता हैं। इस फूल की खासियत यह है कि एक तो यह लकड़ी का फूल है। यह आम फूलों की तरह कोमल नहीं है बल्कि सख्त हैं। माना जाता है कि यह एक चमत्कारिक फूल है। यह वर्षों तक ऐसा ही चलता रहता है। जिस भी घर में यह फूल होता है वहां सकारात्मक ऊर्जा रहती है साथ ही आपका दुर्र्भाग्य को यह फूल भाग्य में बदल देता हैं। लेकिन इस फूल का मिलना अति दुर्लभ माना जाता हैं।