धन चाहिए तो करें ये उपाय अक्षय तृतीया को!
अक्षय अर्थात जिसका कभी समापन न हों। जिसका कोई अंत न हो। ऐसे ही इस हिन्दी कलैन्डर के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हम अक्षय तृतीया(आखा तीज) के रूप में मनातें हैं। इस दिन की मान्यता है कि इस दिन किया गया कार्य, दान, हवन, पूजन व उपाय अपने साथ लाभ एवं सुख-समृद्धि लाता हैं। ये दिन धन संबंंधी उपाय करने लिए स्वयंसिद्ध मुहूर्त हैं। इस दिन माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने हेतू कुछ विशेष उपाय हैं। आइये जानते है किे कौन सा है ये उपाय-
१.अक्षय तृतीया की संध्या बेला में माँ लक्ष्मी की प्रसन्नता हेतू उनके चरणों में सात लक्ष्मीकारक कौडियां रख कर विधि-विधान पूर्वक पूजन करें। आधी रात के बाद चरणों में रखी गयी कौडियां को घर के किसी कोने में रख या फिर गाड़ दें। इस कार्य से जल्दी ही धन की कमी समाप्त हो जाती हैं।
२.श्रीकनकधारा धन प्राप्ति व दरिद्रता दूर करने के लिए अचूक यंत्र हैं। इसकी पूजा से हर मनचाहा काम हो जाता है। यह यंत्र अष्टसिद्धि व नवनिधियों को देने वाला हैं। इसका पूजन व स्थापना भी अक्षय तृतीया पर करें।
३.दरिद्रता का नाश एवं कम समय में ज्यादा धन वृद्धि हेतू अक्षय तृतीया पर महालक्ष्मी यंत्र का पूजन कर विधि-विधान पूर्वक इसकी स्थापना करें। यह यंत्र हर दृष्टि से अत्यन्त उपयोगी हैं।
४.अक्षय तृतीया पर श्रीमंगल यंत्र का पूजन कर स्थापना करें। इस यंत्र के नियमित पूजन से शीघ्र ही सभी प्रकार के कर्जों से मुक्ति मिल जाती है। मंगल भूमि कारक ग्रह है। अत: जो इस यंत्र को पूजता है वह अचल संपत्ति का मालिक होता हैं।
५.अक्षय तृतीया की सुबह स्नानादि से निवृत हो कर माँ लक्ष्मी के मंदिर में जाये। उनके समक्ष कमल के फूल को उनके चरणों में अर्पित करकें अपने जीवन में चल रहें आर्थिक तंगी दूर करने हेतू प्रार्थना करें। जल्द ही समस्या का समाधान हो जायेगा।
६.अक्षय तृतीया को अपने घर और व्यापार में धन आगमन हेतू अपनें घर के ईशान कोण में देशी घी का दीपक लगाएं। एक बात का विशेष ध्यान देना है किे बत्ती के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें और दीए में थोड़ा केसर भी डाल दें।
७.इस दिन अगर हम धन प्राप्ति हेतू कुबेर यंत्र को अपने धन संचय स्थान पर रखें तो इसका विशेष फल मिलता हैं। इसके लिए सबसे पहले बेल वृक्ष के निचे विराजीत हो कर अपने सामने अर्थात वृक्ष के समीप कुबेर यंत्र को रखें। इसके बाद मंत्र ‘‘ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन्य धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि में देहित स्वाहा।।’’ का जाप करें। यंत्र सिद्ध होने के बाद अपने धन संचय स्थान पर रखें। निश्चित धन की प्राप्ति होगी।
८.अक्षय तृतीया को अपने व्यापार में बरकत हेतू पुराने चांदी के सिक्के और रूपयों के साथ कौड़ी रखकर उनका लक्ष्मी पूजन के समय केसर और हल्दी से पूजन कर के इसे तिजोरी में रख दें।