नाग पंचमी का पावन पर्व सावन शुक्ल पंचमी तिथि को मनाया जाएगा. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, नाग पंचमी विनायक चतुर्थी व्रत के अगले दिन होता है. नाग पंचमी के अवसर पर नाग देवता की पूजा करते हैं और उनके आराध्य भगवान शिव की भी पूजा करते हैं. सावन का महीना वैसे भी शिव जी की पूजा के लिए होता है, इसमें उनके प्रतीक चिह्नों का भी महत्व बढ़ जाता है. भगवान शिव के गले में नागराज वासुकी लिपटे रहते हैं. इसके लिए उन्होंने कठोर तप किया था, जिसके बाद उनको शिव जी के पास रहने का आशीर्वाद मिला. नागों की पूजा का पर्व नाग पंचमी 9 अगस्त को है या फिर 10 अगस्त को? नाग पंचमी की सही तारीख, मुहूर्त, कालसर्प दोष पूजा समय, शिववास के बारे में बता रहे हैं
नाग पंचमी की तारीख क्या है?
इस साल नाग पंचमी के लिए जरूरी सावन शुक्ल पंचमी तिथि 9 अगस्त को 12:36 ए एम से लेकर 10 अगस्त को 03:14 ए एम तक है. नाग पंचमी तिथि के लिए सर्योदय के समय की पंचमी तिथि की मान्यता है. ऐसे में नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा क्योंकि पंचमी तिथि का सूर्योदय उस दिन ही 05:47 ए एम पर होगा. 10 अगस्त को पंचमी तिथि सूर्योदय से पूर्व यानी 05:48 ए एम से पहले ही खत्म हो जा रही है.
इस साल नाग पंचमी के लिए जरूरी सावन शुक्ल पंचमी तिथि 9 अगस्त को 12:36 ए एम से लेकर 10 अगस्त को 03:14 ए एम तक है. नाग पंचमी तिथि के लिए सर्योदय के समय की पंचमी तिथि की मान्यता है. ऐसे में नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा क्योंकि पंचमी तिथि का सूर्योदय उस दिन ही 05:47 ए एम पर होगा. 10 अगस्त को पंचमी तिथि सूर्योदय से पूर्व यानी 05:48 ए एम से पहले ही खत्म हो जा रही है.
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