कहते हैं श्रीकृष्ण सोलह कलाओं से परिपूर्ण हैं। श्रीकृष्ण की सबसे प्रिय वस्तुओं में से एक है- बाँसुरी! श्रीकृष्ण जब भी बाँसुरी बजाते थे तो पूरा गोकुल मुग्थ होकर उनकी बाँसुरी सुना करता था। बाँसुरी सम्मोहन, खुशी व आकर्षण का प्रतीक मानी गई है। श्रीकृष्ण अपने सारे प्रेम-संबंधियों को बाँसुरी की धून से अपने समिप बुलाया करते थें। वास्तु और फेंगशुई के अनुसार जिस घर के मंदिर में बांसुरी होती है वहां के वातावरण में मौजूद समस्त नकारात्मक शक्तियां समाप्त हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है। वहां के लोगों के बीच में परस्पर प्यार और सदभाव बना रहता हैं। प्रेम और धन की कोई कमी नहीं रहती है। वहीं दूसरी तरफ श्रीकृष्ण की कृपा ऐसे घर पर सदा बनी रहती हैं।
बता दें कि बांस की बनी बाँसुरी बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। बाँसुरी से निकलने वाले प्रत्येक ध्वनि प्रेम की बरखा करता है। इसलिए अगर अपने रिश्तों में मधुरता हमेशा बनाऐ रखना चाहते है तो यह उपाय अवश्य करें। और अपने घर मंदिर में एक सुंदर सी बाँसुरी अवश्य लाकर रखें।