वास्तु और फेंगशुई शास्त्र की अमूल्य धरोहर उत्तर दिशा का संरक्षक कछुआ उम्र को बढ़ाने वाला और आर्थिक उन्नति दिलाने वाला होता हैं। कछुए को शांत और मंदगति से चलने वाला दीर्घजीवी प्राणी माना गया हैं। शास्त्रों के अनुसार, कछुआ एक प्रभावशाली यंत्र होता है। घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हैं। जिसके मदद से घर का वास्तु दोष दूर किया जा सकता हैं। इस शास्त्र के सिद्धांतों को अपनाकर हम अपने जीवन में सुख-समृद्धि और खुशियां पा सकते हैं। बताये गये ६ अचूक उपायों को कर के अपनी सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है तथा सर्वदा के लिए धन और ऐश्वर्य की देवी लक्ष्मी को भी अपने घर में स्थायित्व किया जा सकता हैं। आइऐ जानते हैं-
१.शास्त्रों में बताया गया हैं कि पूर्व और उत्तर दिशा कछुए के प्रतीक की स्थापना के लिए उत्तम माना गया हैं।
२.घर की उत्तर दिशा में धातु की प्लेट में पानी भरकर एक कछुआ रखें, ध्यान दें कि कछुए का मुंह उत्तर दिशा की ओर हो।
३.कछुए के प्रतीक को घर मे रखने का सर्वोत्तम स्थान ड्राइंग रूम माना गया हैं।
४.कछुए के प्रतीक को कभी भी बेडरूम में न रखें।
५.कछुए का मुंह हमेशा घर के अंदर की ओर रखें।
६.सनातन धर्म के अनुसार, कछुआ शुभता का प्रतीक माना गया हैं।