श्रीकृष्ण ने कहाँ और कितने बसाए थे नगर?
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। अपने समय में भगवान श्रीकृष्ण ने पूरे भारत वर्ष के अनेक स्थानों पर गए। वे जहां-जहां भी गए, उक्त स्थान से जुड़ी उनकी गाथाएं प्रचलित हैं। इसी क्रम में आज हम आपकों बताऐंगे कि वो तीन नगर जिसे श्रीकृष्ण ने कहाँ बसाया था।
१.द्वारिका-
हम जब भी श्रीकृष्ण की नगरी की बात करते है तो हमारे जहन में पहले द्वारिका का जिर्क आता हैं। इसके बारें में बताये तो कंस का वध करने के बाद गुजरात के समुंद्र से श्रीकृष्ण ने अपनी नगरी बनाने हेतू स्थान मांगा था। जो कि उनके नगर को छोड़ने के बाद समुंद्र उस नगरी को अपने अन्दर समा लिया था। जिसके बाद उसी समुंद्र तट के समिप भक्तों के दर्शन हेतू एक द्वारिका नगरी बसी हैं। जो श्रीकृष्ण को समर्पित हैं। यह धाम हिन्दुओं के ४ धामों में से एक हैं।
२.इंद्रप्रस्थ-
दिल्ली जिसे हम भारत की राजधानी के नाम से जानते हैं। यहां पहले महाभारत के किरदार पांडव पुत्रों का अधिकार था। जिसे श्रीकृष्ण के आदेश पर मायासुर और विश्वकर्मा के अथक प्रयास के बाद निर्माण कराया गया था। जिसका नाम इंद्र के नाम पर इंद्रप्रस्थ रखा गया था। यह स्थान दिल्ली में स्थित सारवल गांव से १३२८ईस्वी का संस्कृत का एक अभिलेख प्राप्त हुआ हैं। यह अभिलेख लाल किले के संग्रहालय में मौजूद हैं।
३.वैकुंठ-
श्रीकृष्ण ने अरावली की पहाड़ी पर कहीं छोटा-सा नगर बसाया था। भारत के भौगोलिक संरचना में अरावली प्राचीनतम् पर्वत है। भू-शास्त्र के अनुसार भारत का सबसे प्राचीन पर्वत अरावली का पर्वत हैं। माना जाता है कि यहीं पर श्रीकृष्ण ने वैकुंठ नगरी बसाई थी।