अगर आपके घर से बीमारियां नहीं जा रही है फिर परिवार के सदस्य में कोई न कोई बीमार रहता है तो हमारे घर से खुशियों का वास भी खत्म हो जाता है क्योंकि हंसी खुशी और स्वस्थ शरीर से ही हमारा पूरा जीवन जुड़ा हुआ है. यदि आप बीमीरियों से छुटकारा पाने के हर प्रयास कर चुके है फिर भी कोई परिणाम नहीं मिल रहा है तो आप बस इन टोटको को आजमा कर देखें. हमारे पूर्वजों ने भी कहा है कि दवा से ज्यादा दुआ का असर होता है.
1.यदि आप या आपके परिवार में कोई भी व्यक्ति लंबे समय से बीमार है तो उसे भगवान शिव पर हर सोमवार को पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए. इसके साथ ही ‘दारिद्रहन शिव स्त्रोत’ का पाठ करना चाहिए. माना जाता है कि भगवान शिव की कृपा से सभी रोगों का नाश होता है. रोगी व्यक्ति को नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. नितक्रिया, स्नान आदि करने के बाद ही हनुमान चालीसा पाठ करें. अगर आप सुबह-शाम हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे तो आपको इसके बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे.
2. आप या फिर आपके परिवार को कोई व्यक्ति है जो बहुत इलाज करवाने पर भी स्वस्थ नहीं हो पा रहा है तो आप इस टोटके को आजमा सकते है. इसके लिए थोड़ा सा आटा गूंथकर उसका एक लोई बनाकर तैयार कर लें और एक लोटे में जल भरें. अब लोई और जल भरे हुए लोटे को लेकर रोगी के ऊपर से तीन बार उतारें और उस पानी को किसी पेड़ जैसे पीपल आदि में चढ़ा दें और आटे की लोई गाय को खिला दें. इस उपाय को मंगलवार या रविवार को चाहिए.
3. अक्सर घर पर कोई बीमार रहता है या रोगी स्वस्थ नहीं हो रहा है तो उसे दक्षिण दिशा में सिर और पैर करके नहीं सोना चाहिए. हमारे शास्त्रों में दक्षिण दिशा को शुभ नहीं माना गया है क्योंकि यह यम देवता और पितरों की दिशा मानी जाती है. दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से बुरे सपने भी आते है.
4. यदि आप या आपके परिवार में कोई भी व्यक्ति लंबे समय से बीमार है तो उसे भगवान शिव पर हर सोमवार को पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए. इसके साथ ही ‘दारिद्रहन शिव स्त्रोत’ का पाठ करना चाहिए. माना जाता है कि भगवान शिव की कृपा से सभी रोगों का नाश होता है.
5. रोगों से छुटकारा पाने के लिए रोगी को काले कुत्ते या कौवे को रोटी खिलानी चाहिए. इससे आपके ऊपर चल रही शानि की क्रूर दृष्टी से मुक्ति मिल सकती है.