श्रावण महिने में कुछ अचूक उपाय को करने से भगवान शिव होते है जल्द प्रसन्न एवं पूरी होती है हर इच्छा
भगवान शिव शंकर बहुत भोले हैं, इसीलिए हम उन्हें भोलेभंडारी भी कहते है, यदि कोई भक्त सच्ची श्रद्धा से उन्हें केवल एक लोटा पानी भी अर्पित करे तो भी वे आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं। इसी क्रम में भगवान शिव को समर्पित शिवपुराण में भी लिखा है कुछ छोटे और अचूक उपाय। अगर इसे श्रावण महिनें में करें तो हमें इसका अच्छा और सौभाग्यकारी फल मिलता है। इन अचूक उपायों को बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है। बता दें कि शिवपुराण में हर समस्या के समाधान के लिए एक अलग उपाय बताया गया है।
शिवपुराण के अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय-
१.अगर शिव को तिल चढ़ाते है तो आपके सारे पापों का नाश हो जाता है।
२.जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है
३.भगवान शिव को चावल चढ़ाया जाये तो फलस्वरूप आपको कभी भी धन की कमी नही होती है।
४.गेहूं चढ़ाने से संतान की प्राप्ति होती है।
‘‘ध्यान देने की बात है कि इन सभी अन्न भगवान को अर्पण करने के बाद गरीबों में बांट देना चाहिए।’’
शिवपुराण में बताया है कि कौन से रस शिवलिंग पर चढ़ाने से मिलता है शुभ फल-
१.श्रावण माह में शिवलिंग पर गंगा का जल चढ़ाया जाय तो भक्तगण को भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।
२.पढ़ाई में दिमाग तेज न होने से कुछ भी याद नहीं होता है। तो शक्कर मिला दुध शिवलिंग पर चढाएं। शुभ फल मिलता है।
३.शिवलिंग पर गन्ने का रस को चढ़ाते है तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है।
४. बुखार होने पर शिवलिंग पर जल चढ़ाने से शीघ्र लाभ मिलता है। सुख व संतान की वृद्धि के लिए भी जल द्वारा शिव की पूजा उत्तम बताई गई है।
५.अगर कोई टीबी जैसी बिमारी से ग्रस्त हो और वो भगवान शिव के शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें तो बिमारी में आराम मिलता हैं।
६.अगर कोई शारीरिक दुर्बलता से ग्रस्त हो और वो रोज भगवान शिव को गाय के शुद्ध देशी घी से अभिषेक करें और भगवान के मंत्र ॐ नम: शिवाय का जाप करता रहें तो उसकी कमजोरी दूर हो सकती है।
शिवपुराण में कुछ अचूक उपायों के बारे में बताया गया है जिसको कर के हर व्यक्ति की सारी मनोकामनाऐं पूर्ण हो जाती हैं। जो निम्नवत्:-
१.सावन में रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निपट कर समीप स्थित किसी शिव मंदिर में जाएं और भगवान शिव का जल से अभिषेक करें और उन्हें काले तिल अर्पण करें। इसके बाद मंदिर में कुछ देर रूककर मन ही मन में ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। इससे मन को शांति मिलेगी।
२.सावन में अगर बैल को हरा चारा खिलाएं तो इससे जीवन में चल रहें दुख-कलेश समाप्त होता है और सुख-समृद्धि आती है।
३.सावन में गरीबों को अन्न का दान करें। ऐसा करने से आपके भोजन कक्ष में कभी भी अन्न की कमी नही होती है। और इसके साथ ही साथ पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। ऐसा शिवपुराण में कहा गया है।
४.सावन में अगर रोज २१ बिल्वपत्रों पर चंदन से ॐ नम: शिवाय लिखकर भगवान शिव को चढ़ाएं। तो आपकी हर एक मनाकामनाएं पूर्ण होती है।
५.अगर आप का विवाह नहीं हो रहा है या आपके विवाह में किसी तरह का अड़चन आ रहा है तो श्रावण माह में रोज शिवलिंग पर केसर मिला दुध चढ़ाएं। इससे जल्दी ही आपके विवाह के योग बन जाते है।
शिवपुराण के अनुसार जानिए भगवान शिव को कौन-सा फूल चढ़ाने से क्या फल मिलता है-
१. शमी वृक्ष के पत्तों से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है।
२. बेला के फूलों से पूजा करने पर पुरूष को सुंदर व सुशील पत्नी मिलती है। वहीं स्त्री करे तो उसको योग्य पति मिलता है।
३.अलसी के फूलों से शिव की पूजा करने पर मनुष्य को सभी सुख की प्राप्ति होती है।
४. सफेद और लाल आंकड़े के फूलों से भगवान शिव का पूजन करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
५. दूर्वा से भगवान शिव की पूजा करने पर उम्र बढ़ती है।
६. कनेर के फूलों से शिव की पूजा करने से नए वस्त्र मिलते हैं।
७. भगवान शिव की पूजा चमेली के फूलों से करने पर वाहन सुख मिलता है।
८.हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।
९. लाल डठलवाला धतूरा शिव पूजा में शुभ माना जाता है इससे भक्तगण की हर मनोकामनाऐं पूरी होती है।
१०. जूही के फूल से भगवान शिव की पूजा करें तो घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
११. धतूरे के फूल से पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो कुल का नाम रोशन करता है।