कुण्डली में ग्रहों का बुरा प्रभाव कम करने हेतू बदले अपनी आदत, होती है शुभ फल की प्राप्ति!
व्यवहारिक ज्योतिष के अनुसार, कुण्डली में चल रहें ग्रहों का बुरा प्रभाव कम करने के लिए अगर हम अपने दिनचर्या में कुछ परिवर्तन करे तो इसका हमें शुभ फल मिलता हैं। इसके लिए यह जानना जरूरी है कि किस ग्रह का अशुभ प्रभाव खत्म करने के लिए हमें अपने दिनचर्या में क्या करना चाहिए और कौन से कार्य करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से उस ग्रह को आप अपने अनुकूल कर सकते हैं। अगर आप किसी ज्योतिष या संबंधित विद्वानों से इसका उपाय करने में लगने वाले धन का अभाव होने के कारण इन लोगों के द्वारा बताऐ गये कार्यों को करने में असमर्थता हो तो यह आलेख आपके लिए काफी हितकारी सिद्ध साबित होगा। तो आइये जानते है-
शनि ग्रह के उपाय-
अगर आप किसी प्रतिष्ठान के मालिक हो और आप अपने कर्मचारी से सम्मानपूर्वक काम न लेते हो या उसका मानदेय समय पर नहीं देते हो तो ऐसे में शनि अपना दुष्प्रभाव देने लगता है। ऐसा करने से बचे। इसके साथ सुबह व्यायाम करने से शनि का प्रभाव काफी हद तक कम होता हैं। क्यों कि व्यायाम करने से शनि का कारक नमक पसीने के रूप में शरीर से बाहर आ जाता है। जिससे हमें इसका शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
सूर्य और चंद्रमा ग्रह का उपाय-
सूर्य और चंद्रमा की कृपा पाने हेतू सर्वप्रथम यह जान ले कि चंद्रमा, माता और सूर्य, पिता का कारक गृह हैं। इस लिए अपने माता-पिता की सेवा करना सदैव सूर्य और चंद्रमा की कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय हैं।
मंगल ग्रह के उपाय-
मंगल ग्रह को भाई का कारक गृह माना जाता हैं। इसके दोषों को दूर करने हेतू एवं इस ग्रह को अपने अनुकूल करने के लिए हमें अपने भाइयों से प्यार और सम्मान का रिश्ता रखना लाभकारी होता हैं।
गुरू ग्रह का उपाय-
अगर आप के कुण्डली में गुरू खराब असर दे रहा हो तो ऐसे मे आप एक पीपल का पौधा लगाकर नियमित उसको जल देते हुए उसे बड़ा करने से गुरू गृह के सभी दोष स्वत: समाप्त हो जाता हैं।
राहु ग्रह के उपाय-
राहु ग्रह की शांति हेतू हमेशा अपने घर को साफ रखें। ऐसा करना लाभकारी होता हैं।
शुक्र ग्रह के उपाय-
अगर आप के सेहत में गिरावट और धन में लगातार हानि हो रही हो तो ऐसे में आप अपनी पत्नी से हो रही छोटे-बड़े विवादों से बचना चाहिए। क्योंकि शुक्र ग्रह पत्नी का कारक गृह है। इसलिए ऐसा करने से शुक्र ग्रह का दुष्प्रभाव आपके कुण्डली में कम होता हैं। जिसके परिणाम स्वरूप सेहत और धन में लाभ होता हैं।