शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी की पूजा कर, आप भी बन सकते है धनवान!
हिन्दू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी या देवता को समर्पित हैं। इस दिन माता लक्ष्मी, माता संतोषी की पूजा करने का विधान हैं। वहीं तंत्र शास्त्र के अनुसार, यदि माँ लक्ष्मी की आराधना शुक्रवार के दिन की जाए तो उन्हें बहुत जल्दी प्रसन्न किया जा सकता हैं। हिन्दू धर्म में लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया हैं। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधिक समय तक रहना तय नहीं। वे चंचल हैं इसलिए एक स्थान पर ज्यादा नहीं रूकतीं। अगर कोई आर्थिक तंगी का सामना कर रहे होते हैं तो उन्हें शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए। इस दिन व्रत रखने का भी प्रावधान हैं। इसलिए उनका अपने जीवन में हमेशा के लिए स्थान रखने हेतू एवं आजीवन धनी बनने का आशीर्वाद पाने हेतू कुछ उपाय बताए गये हैं:-
१.शुक्रवार के दिन एक पीला कपड़ा लेकर उसमें पांच पीले रंग की कौड़ी, थोड़ा सा केसर तथा सिक्के डालें। इस सब को बांधकर उन्हें अपनी तिजोरी में या गल्ले में रख दें। इसके प्रभाव से कुछ ही दिनों में आपकी धन संबंधी सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी और घर में पैसा आना शुरू हो जाएगा।
२.शुक्रवार के दिन गरीबों को सफेद रंग की वस्तु अथवा खाद्य पदार्थ का दान करें। इससे धन से जुड़ी सारी समस्याएं समाप्त हो जाती हैंं।
३.शुक्रवार को सात कुंवारी लड़कियों को घर पर बुलाकर उन्हें भोजन करवांए। भोजन में केसर युक्त खीर अवश्य खिलाएं तथा वस्त्र दान करें। इस उपाय से जल्दी ही धन प्राप्ति होती हैं।
४.शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले किसी शुक्रवार के दिन पत्नी अपने हाथों से प्रेम पूर्वक साबूदाने की खीर बनाएं लेकिन उसमें शक्कर के स्थान पर मिश्री डालें। इस खीर को सबसे पहले भगवान को अर्पित करें और इसके बाद पति-पत्नी थोड़ी-थोड़ी एक-दूसरे को खिलांए। इसी दिन किसी मंदिर में इत्र का दान भी करेें।
५.शुक्रवार के दिन संध्या बेला में गाय के घी का दीपक घर के ईशान कोण में जलाएं। इस दीपक में थोड़ा सा केसर डालें तथा रूई के स्थान पर लाल रंग के सूती धागे का प्रयोग करें। इससे शीघ्र ही धन-सम्पदा आने के योग बनते हैं।
६.शुक्रवार के दिन भगवान विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर अभिषेक करें। अभिषेक के बाद उनकी विधिवत पूजा करें। इस उपाय से भी घर में दिन दूना रात चौगुना पैसा आना शुरू हो जाता हैं।
७.अष्ट लक्ष्मी साधना विधि: शुक्रवार की रात तकरीबन ९ से १०:३० बजे के दरम्यान गुलाबी कपड़े पहने और गुलाबी आसन का प्रयोग करें। गुलाबी कपड़े पर श्रीयंत्र और अष्ट लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें। किसी भी थाली में गाय के घी के ८ दीपक जलाएं। धूपबत्ती जलाएं। लाल फूलों की माला चढ़ाएं। मावे की बर्फी का भोग लगाएं। अष्टगंध से श्रीयंत्र और अष्ट लक्ष्मी के चित्र पर तिलक करें और कमलगट्टे को हाथ में लेकर इस मंत्र का यथासंभव जाप करें।
मंत्र:-
ऐं ह्नीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्नीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नम: स्वाहा।।
जाप पूरा होने के बाद ८ दीपक घर की ८ दिशाओं में लगा दें तथा कमलगट्टे को घर की तिजोरी में स्थापित करें। इस उपाय से जीवन के आठों वर्गों में सफलता प्राप्त होगी।