शनि देव को न्याय का देवता बताया गया है. व्यक्ति के कर्मों के अनुसार, शनि देव लोगों को उचित फल और दण्ड देते हैं. यदि शनि देव की दृष्टि किसी व्यक्ति पर बिगड़ जाए तो उसे लेने के देने पड़ जाते हैं. उसकी जिन्दगी परेशानियों से भर जाती है, उसे आर्थित तंगी का सामना करना पड़ता है.
शनि देव को प्रसन्न करने की अचूक उपाय…
पीपल का वृक्ष
पीपल के वृक्ष को शनि का प्रतीक माना गया है. अगर संतान होने में बाधा आ रही है तो पीपल का पौधा लगाना चाहिए. हर शनिवार को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और 21 बार परिक्रमा करें.
घोड़े की नाल
घोड़े की नाल सरसों के तेल से धो लें. शनिवार की शाम को घर के मेन गेट पर लगा दें. ऐसा करने से घर के लोगों पर शनिदेव की कृपा बनी रहेगी. परिवार में क्लेश नहीं होगा. हालांकि ध्यान रखें कि नाल वहीं लगाएं जो घोड़े के पैर में पहले लग चुकी हो. खरीदी हुई नाला का प्रभाव नहीं होगा.
काला तिल
यदि शनि देव आर्थिक परेशानी दे रहे हैं और जीवन में धन का अभाव हो रहा है. ऐसे में काले तिल का इस्तेमाल करें. शनिवार को काला तिल किसी जरूरमंद को दान करें. कम से कम सात शनिवार तक दान करें.
सरसों का तेल
अगर जीवन में लगातार हर कार्यों में असफलता हाथ लग रही है तो सरसों के तेल का प्रयोग करें. शनिवार को लोहे के बर्तन में सरसों का तेल लें. उसमें एक रुपए का सिक्का डालें. तेल में अपना चेहरा देखकर शनि देव को चढ़ा दें. या पीपल के पेड़ के नीचे रखें.
लोहे का छल्ला
शनि की पीड़ा समाप्त करने के लिए लोहे का छल्ला धारण करें. अगर छल्ला घोड़े की नाल या नाव की कील से बना हो तो अत्यधिक लाभकारी होते है. शनिवार को सरसों के तेल में छल्ला रख दें. फिर पानी से धोकर दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में पहन लें.
इस मंत्र का करें जाप
मंत्रः- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
मंत्रः- ॐ शं शनिश्चरायै नमः