दुर्घटनाएं कभी तो छोटी-मोटी चोट देकर जाती हैं लेकिन कई बार जानलेवा भी साबित होती हैं. यदि बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हों तो इनसे बचने के लिए कुछ उपाय जरूर कर लेने चाहिए. कुंडली में मंगल, शनि, राहु की अशुभ स्थिति ऐसी दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार होती है. सड़क दुर्घटनाओं, गिरने आदि से लगीं चोटों के अलावा भी कुछ लोगों को अक्सर किसी न किसी चोट के कारण खून निकलता रहता है. इन लोगों को भी इस बात पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि इसके पीछे कुंडली के अशुभ ग्रह कारण होते हैं.
ग्रह बनाते हैं दुर्घटना के योग
ज्योतिष में मंगल, शनि और राहु को दुर्घटनाकारक ग्रह बताया गया है. यदि कुंडली में ये 3 गड़बड़ स्थिति में हों तो जातक को अक्सर चोट लगती रहती है. शनि, मंगल का अशुभ प्रभाव व्यक्ति को सड़क दुर्घटना, गिरने या अन्य किसी कारण से चोट देता है. कई बार बेवजह के झगड़े भी मार-पीट तक उतर आते हैं तो वहीं अन्य कारणों से भी व्यक्ति के शरीर से खून बहता है. ऐसे में इन स्थितियों से बचने के लिए ग्रह शांति के अलावा कुछ अन्य उपाय भी कर लेना बेहतर होता है.
रक्तदान से होगा दुर्घटनाओं से बचाव
ज्योतिष में वैसे तो ऐसी स्थितियों से बचने के लिए कई उपाय बताए गए हैं लेकिन इसमें सबसे प्रभावी उपाय है रक्तदान. रक्तदान करने से व्यक्ति के शरीर से खून भी निकल जाता है और इससे किसी की जिंदगी भी बच जाती है. इसलिए रक्तदान को महादान भी कहा गया है. रक्तदान करने से रक्त के बहने का योग खत्म हो जाता है और व्यक्ति का चोटों-दुर्घटनाओं से बचाव भी होता है. इसके अलावा रक्तदान करने से शरीर भी स्वस्थ रहता है.
- शुभ चिह्न जैसे स्वस्तिक, ऊँ, श्रीराम लिखा हुआ या हनुमानजी का चित्र बना हुआ लाल झंडा किसी शुभ मुहूर्त में घर लेकर आएं।
- घर में इस झंडे की विधिवत पूजा करें। पूजा के बाद छत पर इसे लगा दें और भगवान से अनहोनी टालने की प्रार्थना करें।
- महीने में कम से कम एक बार हनुमानजी को लाल फूल, लाल लंगोट और लाल झंडा चढ़ाएं। सुंदरकांड का पाठ करें।
- सुंदरकांड के पाठ में समय अधिक लगता है, अगर समय अभाव हो तो हनुमान चालीसा का पाठ रोज करें
- हर शनिवार शनिदेव के लिए सरसों के तेल का दान करें।
- इसके लिए एक कटोरी में तेल और उसमें अपना चेहरा देखकर दान करें
- हनुमानजी के मंदिर में भगवान के सामने सरसों का तेल भरकर मिट्टी का दीपक रोज जलाएं।
- अगर रोज संभव ना हो तो हर मंगलवार और शनिवार को ये उपाय जरूर करें।
- देवी दुर्गा की पूजा से सभी प्रकार के अनिष्ट दूर हो सकते हैं। माता अपने भक्तों को हर अनहोनी से बचा सकती हैं।
- घर से निकलने से पहले देवी दुर्गा की पूजा जरूर करें। दुर्गा मां की पूजा करने वाले लोगों को अधर्म और अपवित्रता से बचना चाहिए।
- महिलाओं का सम्मान करें। कभी भी अपनी माता का अनादर न करें। माता-पिता का आशीर्वाद लेकर घर से निकलना चाहिए।
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