तिथि: षष्ठी
वार: मंगलवार
नक्षत्र: अद्रा
योग: परिघ
करण: वव
राहुकाल: दोपहर 02:55 बजे से शाम 04:19 बजे तक
सूर्योदय: 6:27 बजे
सूर्यास्त: 17:43 बजे
चंद्रमा: मिथुन राशि में संचार करेंगे
तिथि: चंद्रमा के पृथ्वी के चारों ओर एक चक्कर लगाने में लगने वाले समय को 30 बराबर भागों में बांटा गया है। प्रत्येक भाग को तिथि कहते हैं।
वार: सप्ताह के सात दिनों में से एक।
नक्षत्र: चंद्रमा के राशि चक्र में गति करने के दौरान जिन तारामंडल से गुजरता है, उन्हें नक्षत्र कहते हैं।
योग: सूर्य और चंद्रमा की आपस में स्थिति के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
करण: तिथि के आधे भाग को करण कहते हैं।
पक्ष: हिंदू महीने को दो भागों में बांटा जाता है – कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष।
राहुकाल: यह दिन का वह समय होता है जब राहु ग्रह का प्रभाव अधिक होता है। इस समय शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
सूर्योदय और सूर्यास्त: सूर्य के उदय और अस्त होने का समय।
चंद्रमा: चंद्रमा जिस राशि में संचार कर रहा है, उसका उल्लेख किया जाता है।
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