भोलेनाथ को चारों दिशाओं में कौन सी दिशा भाती हैं अधिक?, किस दिशा में शिव की तस्वीर होने से मिलता है शुभ व अशुभ फल?!
हमारें मन में हमेशा से यह सवाल रहता है कि किस दिशा में देवी-देवताओं का चित्र होनी चाहिए?, व किस दिशा में चित्र लगाने से हमें शुभ फल मिलेगा की नहीं? क्यों कि सही दिशा में भगवान का चित्र होने से घर-दुकान में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करता हैं। जिससे घर और दुकान का वातावरण शुद्ध और पवित्र बना रहता हैं। वहीं तनाव खत्म हो जाता हैं। इसी क्रम में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। कि दीनो के नाथ-भोलेनाथ की चित्र को किस दिशा में लगाने से शुभ-अशुभ फल मिलते है।
१.उत्तर दिशा भगवान शिव को अतिप्रिय है। क्यों कि इस दिशा की ओर भगवान शिव का स्थान कैलाश पर्वत है। इस लिए अगर हम उत्तर दिशा में शिव का चित्र लगाते हैं तो घर व दुकान में शुभ फल की प्राप्ति होती है।
२.दुकान में या फिर घर में उत्तर दिशा की ऐसी जगह पर शिव का चित्र होना चाहिए। जिससे कि घर-दुकान में प्रवेश करने वाले को सामने शिव का चित्र का दर्शन हो सके। ऐसा होने से सभी शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं।
३.घर-दुकान में भगवान शिव की ऐसी चित्र हो जिसमें वह नंदी के ऊपर विराजीत हो या फिर प्रसन्न एवं ध्यान के मुद्रा में हो तो शुभ फल मिलता हैं।
४.घर-दुकान में भगवान शिव के परिवार की चित्र लगा सकते है। किन्तु एक बात ध्यान देने की है कि शिव परिवार की चित्र में शिव खड़े ना हो। नहीं तो इसका दुष्प्रभाव प्राप्त होता है।
५. कभी भी शिव के रौद्र रूप की चित्र न लगाऐं। ऐसा होने पर इसका आपकों दुष्परिणाम भुगतना पड़ सकता हैं।
६. जिस दिवार पर भोलेनाथ की चित्र हो वो दिवार हमेशा स्वच्छ एवं साफ होनी चाहिए। हमेशा ध्यान दें कि उनके चित्र पर कभी भी मकड़ी का जाल या फिर धूल ना हों।