रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कर्ई गुप्त एवं रोचक सच्चाईयाँ!
देश के बैकिंग सिस्टम को रेग्युलेट करने वाला भारतीय रिजर्व बैंक जिसे हम आर.बी.आई के नाम से भी बेहतर रूप से जानते हैं। आर.बी.आई के अधिन भारत में स्थापित सम्पूर्ण बैंक होते हैं। आर.बी.आई के द्वारा रेपो रेट में बदलाव पर ही कमर्शियल बैंक सभी तरह के लोन के लिए इंटरेस्ट रेट तय करते हैं। आर.बी.आई के करेंसी सिस्टम को भी ऑपरेट करता है। इसके अलावा, आर.बी.आई. बैकिंग से जुड़े अन्य दूसरे कामों का संचालन करता है। इसके साथ ही आज हम आपकों आर.बी.आई से जुड़े कुछ गुप्त एवं रोचक बातों से आप को रूबरू करा रहे हैं।
१. हिल्टन यंग कमिशन के आधार पर हुई स्थापना-
भारत में केंद्रीय बैंक(आर.बी.आई) की स्थापना हिल्टन यंग कमिशन की रिपोर्ट के आधार पर की गई थी।
२. आर.बी.आई का फाइनेंशियल ईयर-
आर.बी.आई का फाइनेंशियल ईयर भारत के फाइनेंशियल ईयर से बिल्कुल अलग होता हैं। आर.बी.आई का फाइनेंशियल ईयर १ जुलाई से शुरू होकर ३० जून को समाप्त होता है। वहीं भारत में फाइनेंशियल ईयर १ अप्रैल से ३१ मार्च तक होता हैं।
३.देशभर में आर.बी.आई के ऑफिस-
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के देशभर में २९ ऑफिस हैं। इसमें से अधिकांश ऑफिस राज्यों की राजधानी में हैं।
४. आर.बी.आई पहले निजी संस्था थी-
रिजर्व बैंक की शुरूआत एक निजी संस्था के स्तर पर सन् १ अप्रैल, १९३५ में किया गया था, इसे १९४९ तक केंद्रीय बैंक का राष्ट्रीयकरण नहीं हो सका था। हांला कि आज यह बैंक एक सरकारी संस्था हैं।
५. आर.बी.आई में श्रेणी-२ के कर्मचारी नहीं है-
इस विभाग में केवल श्रेणी-१, श्रेणी-३ एवं श्रेणी-४ के कर्मचारी ही कार्यरत हैं। इस विभाग में श्रेणी-२ के कर्मचारी नहीं हैं।
६.ईस्ट इंडिया कंपनी के मोहर से प्रेरित-
आर.बी.आई का जो लोगो हैं वह ईस्ट इंडिया कंपनी की डबल मोहर से प्रेरित था, जिसमें थोड़ा सा बदलाव किया गया है।
७. आर.बी.आई हेडक्वार्टर में मॉनिटरी म्युजियम-
आर.बी.आई के मुंबई स्थित हेडक्वार्टर में मॉनिटरी म्येजियम(मौद्रिक संग्रहालय) का भी संचालन होता है।
८. आर.बी.आई पाकिस्तान और म्यांमार का भी था सेंट्रल बैंक-
आर.बी.आई भारत के अलावा सन् १९४८ तक पाकिस्तान और १९४७ तक म्यांमार(वर्मा) का भी सेंंट्रल बैंक की अपनी भूमिका निभा चूकी हैं।
९. आर.बी.आई ही छापता है भारतीय नोट-
आर.बी.आई केवल भारतीय नोट की ही छपाई किया करता है। बल्कि भारतीय सिक्कों को बनाने का काम भारत सरकार के द्वारा किया जाता हैं।
१०. आर.बी.आई छापता था ५ व १० हजार के नोट-
आर.बी.आई सन् १९३८ में ५ और १० हजार के नोट छापा करता था। जिसके बाद १९५४ और १९७८ में भी इन नोटों की छपाई की गई थी।