शास्त्रों में ये ६ कार्य करना माना गया है सूर्यास्त के बाद वर्जित!
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शाम के समय यानी सूर्यास्त होने के बाद माता लक्ष्मी पृथ्वी लोक का भ्रमण करती है। ऐसे मे शास्त्रों में कुल ६ कार्य सूर्यास्त के बाद न करने की सलह दी जाती है। अगर हम इन बातों का ध्यान दें तो माता लक्ष्मी की कृपा के साथ सभी देवी-देवताओं की भी कृपा प्राप्त की जा सकती हैं।
१.पुराणों में संध्या बेला में भगवान की वदना के लिए उपयोग माना गया हैं। इस दौरान हमें किसी से भी शारिरीक संबंध नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से शरीर की पवित्रता समाप्त हो जाती है। जिसके परिणाम स्वरूप माता लक्ष्मी उस घर को छो़ड कर चली जाती हैं।
२.मान्यता हैं किे जिस घर में रोज वाद-विवाद होता हों या वहां के सदस्य अपने पड़ोसीयों से झगड़ें में पड़ते हैं। तो ऐसे घर में अशांति बढ़ जाती हैं। जिससे माता लक्ष्मी ऐसा घर छोड़ कर चली जाती हैं।
३.शाम के समय किसी भी स्त्री से वाद-विवाद न करें। क्यों कि शाम के समय माता लक्ष्मी का पृथ्वी का विचरण के दौरान किसी भी स्त्री का रोदन से माता लक्ष्मी नाराज होती हैं। ऐसे में इस कार्य को करने से हमें बचना चाहिए।
४. संध्या बेला में कभी भी भूल कर तुलसी के पौधें में जल अर्पित न करें, इसके साथ संध्या बेला में तुलसी के पत्त्ते भी न तो़डे। ऐसा करना अशुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
५. शाम के समय सोने से घर में आलस्य बढ़ता है। ऐसे घर में जहां लोग शाम को सोते हैं। वहां माता लक्ष्मी कभी निवास नहीं करती हैं।
६. झाडू लगाना भी शाम के समय वर्जित माना गया है। क्योंकि इस समय घर में सकारात्मक ऊर्जा होती हैंं। झाडू लगाने से सकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है। इसके स्थान पर दरिद्रता अपने पैर जमा लेती है। जिसके परिणाम स्वरूप दु:ख और अशांति का सामना करना पड़ता हैंं।