भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय बाँसुरी जब-जब बजती तो प्राणियों की तो बात ही क्या जड़ भी मानों मुग्ध और चेतन हो जाते। बाँसुरी के मधुर स्वर जैसे ही गीत गाने लगते देवता, यक्ष, किन्नर, मनुष्य, पशु-पक्षी, जड़ और चैतन्य सभी विमोहित होकर झूम जाते। ऐसी है भगवान श्रीकृष्ण की बाँसुरी। यह प्रकृति का अनुपम वरदान है। वास्तु और फेंगशुई के अनुसार उन्नति और समृद्धि दोनों देने में सक्षम बाँसुरी अगर घर और व्यवसाय में रखें जायें तो इसके ८ लाभ हमें देखने को मिलते हैं। आइये जानते हैं इसके लाभ….
१.अगर व्यवसाय आपके मेहनत अनुसार सफलता नहीं दे रहा हैं तो ऐसे में आप अपने दुकान पर दो बाँसुरी टांग दें और प्रतिदिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें। यह बहुत ही सरल उपाय है जो आपके व्यवसाय को उन्नति के शिखर पर ले जाएगा।
२.अगर नौकरी में आपको प्रतिदिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो तो ऐसे में आप अपने घर के पूजा स्थान पर बाँसुरी रखें। लाभ मिलेगा।
३.फेंगशुई विद्या के अनुसार प्रकृति का अनुपम वरदान बाँसुरी को घर में रखना बहुत शुभ माना गया हैं।
४.बाँसुरी के बारे में एक धार्मिक मान्यता है कि जब बाँसुरी को हाथ में लेकर हिलाया जाता है तो बुरी आत्माएं दूर हो जाती हैं।
५.ज्योतिष के अनुसार, बाँसुरी हमारें सभी दू:खों को नाश करने में सक्षम हैं।
६.बाँसुरी के बजाने के दौरान निकलने वाली ध्वनि से घर में शुभ चुम्बकीय प्रवाह का प्रवेश होता हैं।
७.वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में बाँसुरी रखने से किसी भी तरह का वास्तु दोष हो तो बिना किसी तोड़-फोड़ के निवारण कर अशुभ फलों से बचा जा सकता हैं।
८. बाँसुरी बांस से बनी हुई होती हैं। इसके पौधे को दिव्य माना जाता है। अत: घर में बाँसुरी का प्रयोग करके कई तरह से लाभ लिया जा सकता हैं।